महीने की 15 तारीख वाला RBI का नियम- नहीं पता तो घटेगा Cibil Score! जान गए तो कहेंगे- बहुत ‘हार्ड’, स्कोर रहेगा 750+

महीने की 15 तारीख वाला RBI का नियम: आप जानते हैं कि आपका Cibil Score आपके व्यावसायिक और व्यक्तिगत वित्त के लिए कितना महत्वपूर्ण होता है। खासकर जब आप लोन या क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन करते हैं तो यह नंबर आपकी क्रेडिट योग्यता का मुख्य आधार बनता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि हर महीने की 15 तारीख को RBI का एक खास नियम लागू होता है, जो आपके Cibil Score को प्रभावित कर सकता है? अगर इस नियम को समझकर सावधानी न बरती जाए तो आपका स्कोर 750 से नीचे भी गिर सकता है। यहां जानिए यह नियम क्या है, इसका असर कैसे होता है और इसे कैसे मैनेज करें।

Cibil Score क्या होता है?

Cibil Score एक तीन अंकों का नंबर होता है, जो आपकी क्रेडिट हिस्ट्री और वित्तीय व्यवहार को दर्शाता है। यह स्कोर 300 से 900 के बीच होता है, जिसमें 750 या उससे ऊपर का स्कोर अच्छा माना जाता है। अच्छे स्कोर का मतलब है कि बैंक और फाइनेंशियल संस्थान आपके लोन और क्रेडिट कार्ड के लिए अनुमति देने में अधिक विश्वास करते हैं।

महीने की 15 तारीख वाला RBI का नियम- नहीं पता तो घटेगा Cibil Score
महीने की 15 तारीख वाला RBI का नियम

RBI का 15 तारीख नियम क्या है?

रुपये का हर निवेशक और लोनदार जानता है, RBI ने 1 जनवरी 2025 से यह नियम लागू किया है कि Cibil Score हर महीने 15 तारीख और महीने के अंत में अपडेट होगा। इसका मतलब है कि कोई भी नया क्रेडिट ट्रांजेक्शन, पेमेंट, या लोन आवेदन हर पखवाड़े आपकी क्रेडिट रिपोर्ट में अपडेट होता रहेगा।

दिनांककार्य
महीने की 15 तारीखCibil Score की अपडेट और हार्ड इंक्वायरी का असर
महीने का आखिरी दिनCibil Score का दूसरा अपडेट

हार्ड और सॉफ्ट इंक्वायरी में अंतर

  • सॉफ्ट इंक्वायरी: जब आप खुद अपने Cibil Score को चेक करते हैं, तब यह होता है। इसका कोई असर आपके स्कोर पर नहीं पड़ता।
  • हार्ड इंक्वायरी: जब कोई बैंक या NBFC आपकी क्रेडिट रिपोर्ट लोन या क्रेडिट कार्ड के लिए चेक करती है। यह आपके स्कोर को कुछ पॉइंट्स तक घटा सकता है।

RBI का नया नियम हार्ड इंक्वायरी में बदलाव लाता है: अब अगर कोई संस्था बार-बार आपकी रिपोर्ट को चेक करेगी, तो आपके स्कोर पर इससे ज्यादा असर पड़ेगा।

Cibil Score गिरने के मुख्य कारण

  1. भुगतान में देरी: लोन या क्रेडिट कार्ड की EMI/बिल्स का समय से भुगतान न करना।
  2. उच्च क्रेडिट यूटिलाइजेशन: आपका क्रेडिट लिमिट का बहुत अधिक हिस्सा इस्तेमाल करना।
  3. बार-बार आवेदन: कम समय में कई बार लोन या क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन करना।
  4. लोन सेटलमेंट: कर्ज को पूरी तरह चुकाने के बजाय भाग में चुकाना।
  5. गारंटर बनना: किसी ऐसे व्यक्ति का गारंटी लेना जो भुगतान में असमर्थ हो।

कैसे रखें Cibil Score 750+ और ऊपर

  • अपना स्कोर नियमित जांचें: Cibil की आधिकारिक साइट या RBI मान्यता प्राप्त एजेंसी से ही जांच करें।
  • समय पर पेमेंट करें: सभी EMI और क्रेडिट कार्ड का भुगतान समय पर करें।
  • लोन/क्रेडिट आवेदन सोच-समझ कर करें: बार-बार आवेदन करने से बचें।
  • क्रेडिट यूटिलाइजेशन कम रखें: अपनी क्रेडिट लिमिट का 30% से ज्यादा इस्तेमाल न करें।

FAQs: Cibil Score और RBI का 15 तारीख नियम

Q1. क्या बार-बार Cibil स्कोर चेक करने से स्कोर घटता है?

नहीं, अगर आप खुद चेक करते हैं तो यह सॉफ्ट इंक्वायरी होती है, जिससे स्कोर प्रभावित नहीं होता।

Q2. हार्ड इंक्वायरी क्या है?

जब बैंक या NBFC आपकी रिपोर्ट लोन/क्रेडिट कार्ड के लिए चेक करते हैं तब हार्ड इंक्वायरी होती है, जो स्कोर को कुछ घटा सकती है।

Q3. RBI का 15 तारीख नियम स्कोर पर कैसे असर करता है?

स्कोर हर महीने दो बार अपडेट होता है, इस वजह से नए ट्रांजेक्शन या इंक्वायरिज़ का असर जल्दी दिखता है।

Q4. Cibil स्कोर 750 से नीचे गिरने से कैसे बचें?

समय पर भुगतान करें, बार-बार नए लोन आवेदन से बचें और क्रेडिट लिमिट का सही इस्तेमाल करें।

Q5. Cibil स्कोर चेक करने के लिए विश्वसनीय वेबसाइट कौन-सी है?

केवल CIBIL की आधिकारिक वेबसाइट या RBI से मान्यता प्राप्त संस्थान का उपयोग करें।

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